रंग जिंदगी मे भरते चलो | Hindi मे Kavita | Devinder Gujjar | रंग बिरंगी दुनियां












रंग जिंदगी मे भरते चलो
रंग जिंदगी मे बदलते चलो.
 
जब कोई रंग हो जाये बदरंग
उस रंग को बदलते चलो
...रंग जिंदगी मे भरते चलो
 
गमो के घावो को
भ्रम के तावो को
खुशियो के भावो को
एक रंग मे रंगते चलो
...रंग जिंदगी मे भरते चलो
 
सपनो कि छाव मे
सहर या गाव मे
चलने कि नाव मे
तुम समय के हिशाब से 
....रंग जिंदगी मे भरते चलो
 
जब छुट जाए अपनो का साथ
जब दे जाए दोस्ती हमे मात
जब किस्मत दिखा जाऐ अपनी जात
जब नऐ  रंग अपने सपनो मे भर्ते चलो
.... रंग जिंदगी मे भरते चलो
 
जब भी हो निराशा अपने जिवन से
जब भी हो निराशा अपने काम से
जब भी हो निराशा अनने नाम से
तब अपने जिवन के रंग बदलते चलो
....रंग जिंदगी मे भरते चलो
 
जब भी सपने टुट जाए अपने
जब भी पिछे छुट जाए अपने
जब भी याद आते जाए अपने
तब जीवन के रंग बदलते चलो
....रंग जिंदगी मे भरते चलो
 
जब जीवान के पुरे हो जाए रंग
जब जीवन मे साथ चलने को ना हो संग
जब जीदगी मे ना रहे कोई जंग
तब  रंग अपने जीवन मे भरते चलो
 
 

हिंदी मे कविता : ये अजब गजब सी बात | ये अजब गजब दुनियां । अजब गजब राजनीति । देविंदर ग़ुज्जर

कविता : Ye Ajab Gajab si baat kar jaate har baar hain
 

ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं                

ये देखो-2 हमारे देश के बहुत पुराने ठेकेदार हैं

 
अब जब ठोश कदम उठा रही जो सरकार हैं
ये चील्ला-2 कह रहे यह तो जालिम सरकार हैं
..ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं    
 
अब हमे यह कोई बताए, कि जालीम कोन सी सरकार हैं
अब जो देश के दुश्मनो को सिधा जवाब दे रही वो सरकार हैं
या फिर देश के दुश्मनो के सामने जो झुकती आई वो सरकार हैं
जिसके राज मे सरणार्थियो की संख्या बढि लगातार हैं
......ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं    
 
देश की सैना दुश्मन पे, जब-2 भी करती वार हैं
देश कि सरकार पे जब-2, करते ये सवालो के वार हैं
देश के खिलाफ ये जाने कोन सा, चला रहे यलगार हैं
देश के भविष्य मे ये फेलाना चाहा रहे अंधकार है.
..ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं    
 
जब ये राज मे थे चारो ओर आतंक्वाद, अल्गावाद
ओर माओवाद का  बोलबाला रहा हैं
सायद कोई शहर हो जहां, इनका कहर ना बर्शा हो
फिर भी सखति के नाम पर कभी चर्चा नही करती ये सरकार हैं
जाने क्यो तंक्वादियो के खिलाफ सदा नरम रही ये सरकार हैं
..ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं    
 
पल मे सैना से काम के सबुत मांग जाते हर बार हैं
पल मे कह जाते हमे तो विरोध करने का मिला अधिकार हैं
पर ये राहो मे भुल जाते कि ये किस का कर रहे बहिश्कार हैं
सरकार के विरोध के चक्कर मे ये देश का कर जाते बहिशकार हैं.
..ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं        
 
बेशक आजादी से, आज तक लगभग रही थी, इनकी सरकारे
जिस खराब महोल पर,विचार नही करती थी, इनकी सरकारे
जाने कितने जवान सहिद हुए, थी जब इनकी सरकारे
ओर जाने कितनी जनता की जान गई थी जब इनकी सरकारे
                     ..ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं        
 
370 ओर 35ए का विरोध कर, ये कोई देश हित मे तर्क नही बता रहे है
बस किसि के साथ एसा नही होना चाहिए, ये बात बाताए जा रहे हैं.
यदि कोइ कानून पहले कि सरकारो से गल्ति से बन जाए
क्यो ना हमारी सरकार,उस कानून को हटाए जो, देश कि एकता को मिटा रहा हैं.
..ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं        
 
सरकार का विरोध करने का इनका अलग ही मनो- विचार हैं
विदेशो मे जा प्रचार करते की, बहुत बुरी ये सरकार हैं
यहां आकर कहते कि क्यो प्रधान मंत्रि  विदेश जाता बार -2 हैं.
तो फिर तुम्हे बार-2 क्यो विदेश जाने कि दरकार हैं
..ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं        
 
CAA के विरोध मे भी इन्होने खुब किया देश विरोधि प्रचार हैं
जन्ता को डर दिखा एक दुसरे के खिलाफ भड.काया बेसुमार हैं.
..ये अजब गजब सी बात- कर जाते हर बार हैं