अकेले आए इस दुनिया मे अकेले जाना होगा
अकेले अपने कर्म के फल को पाना होगा
ना मा बाप ना साथ अर्धागनी का होगा
....अकेले आए इस दुनिया मे अकेले जाना होगा
ना साथ किसी का हमारे कर्मो मे होगा
....अकेले आए इस दुनिया मे अकेले जाना होगा
साथ मे ना कोई रीश्ता नाता होगा
....अकेले आए इस दुनिया मे अकेले जाना होगा
फिर काहे को मेरा तेरा कर्ता फिर्ता
जीवन तो हर हाल मे जिना होगा
जीवन तो अछछे कर्म के साथ जीना होगा
....अकेले आए इस दुनिया मे अकेले जाना होगा
सब कर्म के रूप मे आए
कर्म भुले तो पाप कमाए
फिर पाप का फल पाना होगा
....अकेले आए इस दुनिया मे अकेले जाना होगा
सब मुहमाया मे जिते आए
एक के बाद एक सपने बनाते आए
पर अपने कर्मो का फल अपने आप लेना होगा
....अकेले आए इस दुनिया मे अकेले जाना होगा
जवानी मे बेबस होता आया मोहमाया से
बुढापे मे साथ छुटा जो काया से
जाते समय राम का नाम बोल कर जाना होगा
....अकेले आए इस दुनिया मे अकेले जाना होगा