मोहमाया क्या काम कि

 

ये मोहमाया किस काम कि


कुछ दिन पूछ बस तेरे नाम कि

जब तक बने रहो काम के करते रहेंगे प्यार

नहीं तो दिल्ल और घर से बाहर


बच्चों और परिवार को पालने को जों भी किए

अच्छे और बुरे कर्म, करनी का फल खुद भुगटना होगा

कोई ना साथ होगा तेरे फिर कयों करें, इतने अपनों के फेरे


साथी और जीवन साथी भी मतलब तक साथी रहते और देते है

कुछ पैदा हो जाए सवाल तो पल मे मुँह मोड़ लेते है


जब तक हर रिश्ते, बने रहेगे काम के

बेटे हो चाहे हजार,

बस आपको पैसे और मतलब तक 

बेटे को जरुरत जब तक,


समय कि रफ़्तार

 समय कि रफ़्तार अपनी रफ़्तार से चलती रहती है

ओर ज्यो 2 उम्र बढ़ती जाती है

रफ़्तार हमारी घटती चली जाती है

ओर अरमानो कि सरकार बनती चली जाती है 


बचपन मे समय कि तेजी का पता नहीं रहा है

इसलिए बस बचपन को ही दिल से जिया है

समय के साथी, अरमान बनते चले आए है

ओर ज़्यादा ही दुनिया के रिस्तो नातो मे फसते आए है


बचपन मे हर रिस्ता प्यार वाला बना रहा है

ओर ज्यो 2 बढ़ते चले गए, रिश्तो के मतलब भी

मोहमाया मे फसते आए है

बचपन के नाद रफ़्तार खूब बधाई लेकिन

घर ओर चाह के मोहमाया जाल ने निकलने