ये मोहमाया किस काम कि
कुछ दिन पूछ बस तेरे नाम कि
जब तक बने रहो काम के करते रहेंगे प्यार
नहीं तो दिल्ल और घर से बाहर
बच्चों और परिवार को पालने को जों भी किए
अच्छे और बुरे कर्म, करनी का फल खुद भुगटना होगा
कोई ना साथ होगा तेरे फिर कयों करें, इतने अपनों के फेरे
साथी और जीवन साथी भी मतलब तक साथी रहते और देते है
कुछ पैदा हो जाए सवाल तो पल मे मुँह मोड़ लेते है
जब तक हर रिश्ते, बने रहेगे काम के
बेटे हो चाहे हजार,
बस आपको पैसे और मतलब तक
बेटे को जरुरत जब तक,
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