वो तेरा नजारा , जो देख सके ना हम दुबारा, vo tera najaraa ,

जब देखा मेंने तेरा वो अजब गजब नजारा

जहां हम देखते दिखता प्यारा वो नजारा

अकेलेपन मे भी लग ग्या था मन हमारा

पल-2 बदलता रहता वहां का प्यार नजारा

पहले हमने नही देखा इतना प्यारा पहाड. का नजारा

पहली नजर मे तुम्हारी उचाई ने मनोबल घटाया हमारा

पहले तो तेरे रास्ते चलते-2 शांश चढ्ता जा रहा हमारा

पहली बार बादलो मे चल दिल मचल रहा हमारा

सुबह से स्याम हो गई दिखाई ना दिया जब पोस्ट हमारा

साथ मे थे जो हवल्दार ने मनोबल दिया जो बढा हमारा

सुबह से चले आ रहे सब अब बस आने वाला पोस्ट हमारा

सुन ये उनकी बात मनोबल ओर बढा  गया जो हमारा

जेसे ही हमे लकडी. के एक गेट का हुआ नजारा

वेसे ही मनोबल ओर दुबारा बढता जो गया हमारा

गेटपे "महार हैं महिर हैं" लिखा उस पर नारा हमारा

गेट्पे गर्म जाम के साथ वेल्कम हुआ जो वहां हमारा

पहाडो.कि उचाई वाले रास्ते पर बहुत भारी बेडिग जो हमारा

पहाडो. के रास्तो मे देख देख नजारे होश उडा. गए जो हमारा

पहाडो. पे पहाडो. कि रिज पे रिज होश उडाए जा रही जो हमारा

पहाडो के रास्ते पर बर्फहीबर्फ गर्म शरीर ठंडा करजाए जो हमारा

दुसरे दिन की सुबह का क्या गजब बना सुर्योदय का नजारा

दुर दुर तक बर्फ ही बर्फ का जो बना चारो ओर का नजारा

दुर-2 तक नजर जाए वहां अकेला बना पोस्ट हमारे का नजारा

गर्मि के मोसम मे तरह -2 के फुलो का बाना वहां का नजारा

                      जय हिंद                         


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